
तालिबान ने अफगान पर कब्ज़ा किया और भारत के मशहूर शायर मुनव्वर राणा इतना प्रसन्नचित्त हो गए कि उन्होंने तालिबान के समर्थन में महर्षि वाल्मीकि का अपमान, एक टीवी चैनल पर कर डाला. चैनल पर दिए गए अपने बयान में केवल महर्षि वाल्मीकि का ही अपमान उन्होंने नहीं किया बल्कि हिन्दू-देवी देवताओं के और हिन्दुओं के आस्था पर भी प्रहार कर डाला.
टीवी चैनल पर उनके दिए गए बयान से हिन्दू आस्था पर विश्वास करने वालों एवं दलित समाज के लोगों के बिच आक्रोश पैदा हो गया. इस मामले में सामाजिक सरोकार फाउंडेशन के उपाध्यक्ष पीएल भारती ने हजरतगंज थाने में आज शुक्रवार दोपहर को तहरीर दी. जिस पर देर शाम को मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक आज शुक्रवार दोपहर में सामाजिक सरोकार फाउंडेशन के उपाध्यक्ष पीएल भारती ने तहरीर दी. जिसमें आरोप लगाया कि शायर मुनव्वर राणा ने भगवान बाल्मिकी की तुलना तालिबानियों से की है. हिंदू आस्था व दलितों का अपमान है. महर्षि बाल्मिकी न केवल पवित्र ग्रंथ रामायण के रचनाकार थे बल्कि उन्हें हम भगवान मानकर पूजा करते हैं.
दरअसल एक टीवी चैनल को दिए बयान में मुनव्वर राणा ने कहा-“तालिबान भी 10 साल बाद बाल्मिकी होंगे. बाल्मिकी एक लेखक थे. हिंदू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह देते हैं” लोगों का कहना है कि राणा ने यह टिप्पणी कर केवल हिंदू धर्म पर हमला नहीं बोला है बल्कि दलित समाज, बाल्मिकी के अनुयायियों और भगवान बाल्मिकी के खिलाफ विष वमन किया है, जो कहीं से भी बर्दाश्त करने लायक नहीं है.
एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक पीएल भारती की तहरीर पर मुनव्वर राणा के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने, सार्वजनिक शांति के विरूद्घ अपराध करने व एससीएसटी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा और हिंदू महासभा ने भी तहरीर दी है, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किये जाने की प्रक्रिया चल रही है.