
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आपत्तिजनक बयान देने के मामले में महाराष्ट्र के शिव सैनिकों का गुस्सा सातवें आसमान में दिखा. कल मंगलवार को महाराष्ट्र में शिवसैनिकों ने जगह-जगह बवाल काटा. राणे के खिलाफ कई जगह एफआईआर दर्ज की गई और उन्हें केंद्रीय मंत्रीपद से हटाने की मांग भी की गई. अंततः महाराष्ट्र पुलिस ने कल मंगलवार को राणे की गिरफ़्तारी की.
हालांकि गिरफ्तार हुए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को कल देर रात सशर्त जमानत मिल गई. जमानत मिलते ही सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ट्विटर पर नारायण राणे ने पहला पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा-“सत्यमेव जयते” इससे पहले राणे को महाड कोर्ट में पेश किया गया था जहां उन्हें खराब स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिली थी.
राणे को जमानत मिलने के बाद अब सियासी गेंद को बीजेपी ने खेलना शुरू कर दिया है. महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि केंद्रीय मंत्री राणे को जमानत जमानत मिलना, राज्य सरकार पर दूसरा तमाचा है जो पुलिस और गुंडों की मदद से चल रही है. नासिक पुलिस ने नारायण राणे को एफआईआर के संबंध में नोटिस भेजकर दो सितंबर को थाने में रिपोर्ट करने को कहा है.
दरअसल जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं. नारायण राणे ने कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं ?” भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए और कहा-“अगर मैं वहां होता, तो उनके कान के नीचे बजा देता”
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ दिए गए अपने कथित बयान का बचाव करते हुए राणे ने कहा-“मैंने कोई अपराध नहीं किया है. आप खबरों का सत्यापन कर उन्हें टीवी पर दिखाएं, नहीं तो मैं आपके (मीडिया के) खिलाफ मामला दर्ज कराऊंगा. आपको क्या लगता है कि मैं कोई आम आदमी हूं ?”
कल मंगलवार दोपहर ढाई बजे के करीब राणे को चिपलून से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद देर रात महाड कोर्ट में उनकी पेशी हुई. यहां उनके वकील ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत की अपील की थी. कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए राणे को 4 एफआईआर में से एक में सशर्त जमानत दे दी.
राणे को जमानत मिलने के बाद महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि “संदेश साफ है, अपमानजनक बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पद की गरिमा को बनाए रखा जाना चाहिए. महाराष्ट्र सरकार को कोई समस्या नहीं है. केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामलों को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है”
जानें कि किन शर्तों पर मिली है नारायण राणे को जमानत :–
- राणे को 15,000 रुपये के मुचलके पर जमानत मिली है.
- जमानत की शर्तों में यह शर्त भी शामिल है कि राणे भविष्य में इस तरह का कोई बयान नहीं देंगे.
- राणे के विवादास्पद बयान के ऑडियो की जांच के लिए राणे को एक बार पुलिस स्टेशन में आना होगा। इसके लिए उन्हें 7 दिन पहले नोटिस जारी किया जाएगा.
- राणे को 30 अगस्त और 13 सितंबर को रायगढ़ अपराध शाखा के समक्ष भी पेश होना होगा.
- महाड कोर्ट ने राणे को चेतावनी दी है कि दस्तावेजों और सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश ना करें.