
अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला के मौत मामले में पुलिसिया जांच पर कुछ लोगों का सवाल उठाना लाज़मी है, लेकिन ये जांच किये जाने का “कारण” भी मौजूद है क्योंकि अभी तक सिद्धार्थ शुक्ला की माँ ये कहते हुए नजर आ रही थीं कि “मेरा बेटा मेरी गोदमें मरा, अब मैं कैसी जियूंगी ?”अब सामने एक और कहानी आ रही है कि सिद्धार्थ की मौत, उनकी माँ के गोद में नहीं बल्कि सिद्धार्थ की खास दोस्त शाहनाज गिल के गोद में हुयी है. अब ऐसे में स्थिति में, बयानों में अंतर ही पुलिसिया शंका के लिए काफी है.
वाकया अब कुछ इस तरह से है कि सिद्धार्थ बुधवार रात को 9:30 बजे घर वापस आए थे और तब उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की थी. उस वक्त घर पर सिद्धार्थ की मां और शहनाज गिल मौजूद थीं. पहले तो उन्होंने सिद्धार्थ को नींबू पानी दिया और फिर आईसक्रीम खिलाई, ताकि सिद्धार्थ को आराम महसूस हो. लेकिन सिद्धार्थ को आराम नहीं मिला. उन्हें फिर सीने में दर्द और बेचैनी होने लगी. तब उनकी मां और शहनाज ने उन्हें आराम करने के लिए कहा. सिद्धार्थ शुक्ला सो नहीं पा रहे थे तो उन्होंने शहनाज को अपने पास रुकने और पीठ पर थपथपाने के लिए कहा. करीब 1:30 बजे के आसपास सिद्धार्थ शुक्ला, शहनाज की गोद में ही सो गए और नींद में ही उनकी मौत हो गई. धीरे-धीरे शहनाज की भी आंखें लग गईं. सुबह 7 बजे के आसपास जब शहनाज की नींद खुली तो उन्होंने देखा कि सिद्धार्थ रातभर से एक ही पोजिशन में सोए हुए हैं और कोई हलचल नहीं हो रही है. यह देख शहनाज ने सिद्धार्थ को जगाने की कोशिश की, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई. शहनाज बुरी तरह घबरा गईं और चिल्लाते हुए 15वे फ्लोर से 5वें फ्लोर पर आईं, जहां सिद्धार्थ की फैमिली रह रही थी. उन्होंने सिद्धार्थ की बहनों को बुलाया, जिन्होंने तुरंत ही फैमिली डॉक्टर को कॉल किया. फैमिली डॉक्टर जब घर आए तो उन्होंने सिद्धार्थ को मृत घोषित कर दिया.
शहनाज गिल की सिद्धार्थ से ‘बिग बॉस 13’ में मुलाकात हुई थी और उसी दौरान उनका मजबूत रिश्ता बन गया था. फैन्स को उनकी जोड़ी बेहद पसंद थी और वो उन्हें प्यार से ‘सिडनाज’ बुलाते थे. शहनाज गिल, सिद्धार्थ शुक्ला के बेहद करीब थीं और कई मौकों पर वह सिद्धार्थ के लिए अपना प्यार भी जाहिर कर चुकी थीं.
सिद्धार्थ शुक्ला की माँ और शाहनाज के बयान में जो अंतर है, वो पुलिस के दिमाग में शंका के बादल उठाने के लिए काफी है. संभव ये भी है की लोक-लाज के डर से सिद्धार्थ की माँ ने इस बात का खुलासा न करना चाहा हो की सिद्धार्थ और शहनाज़ के कितने अन्तरंग सम्बन्ध थे. सवाल ये भी है कि उसी एपार्टमेंट में सिद्धार्थ का परिवार 15वें फ्लोर पर और सिद्धार्थ 5वें फ्लोर पर क्यों रहते थे ? क्या 15वें फ्लोर पर जगह की कमी के कारण सिद्धार्थ ने 5वें फ्लोर पर अपना आशियाना बनाया था ? सिद्धार्थ या सिद्धार्थ के परिवार के बिच किसी भी तरह के अनबन की घटना नहीं थी, जिससे की सिद्धार्थ को 5वें फ्लोर पर रहना पड़ रहा था. ऐसे में एक सवाल ये भी है कि क्या 5वां फ्लोर, सिद्धार्थ ने शाहनाज के लिए लिया हुआ था ?
सवाल कई उभर सकते हैं और आगे भी उभरेंगे क्योंकि एक इंसान की मौत अगर हुयी है तो उसे हल्के में लेने का काम पुलिस तो कर नहीं सकती है. वैसे भी मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह के मौत मामले में काफी फजीहत झेल लिया है. इस अभिनेता के मौत पर उभरने वाले सभी सवालों को उभार कर, पुलिस अपना काम पुख्ते तौर पर कर के आने वाले समय में किसी भी तरह का अपने ऊपर इल्जाम लेने के मूड में नहीं दिख रही है. यही कारण है की कल जो सिद्धार्थ शुक्ला का पोस्टमोरटम हुआ, वो काफी लम्बे समय तक चला यानी मौत के हरेक पहलु को टटोला और समझा गया. विसरा सुरक्षित रखा गया है ताकि आने वाले समय में किसी जांच की आवश्यकता पड़ने पर काम आये.