
पाकिस्तान जैसा देश, जो दुसरे देशों के लिए आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रचता है, खुद उसके देश में ही धमाकों का सिलसिला जारी रहता है. पाकिस्तान में बलूचिस्तान एक अशांत प्रदेश है, जहां कभी-कभार पाकिस्तानी सेना पर हमले होते हैं तो कभी चीन के अधिकारी इन हमलों का निशाना बनते हैं. लेकिन फिर भी पाकिस्तान न तो अपने रवैये में बदलाव करता हुआ दिखता है और न ही वो अपनी आतंकी साजिशों से बाज आता है.
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा, आज रविवार सुबह एक बम धमाके से दहल गई. धमाके में कम से कम तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए. घटना मास्टंग रोड पर हुई जिसकी पुष्टि क्वेटा DIG ने की है. “जियो टीवी” की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस और बचाव दल धमाके के बाद मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने बताया है कि घायलों को शेख जैद अस्पताल ले जाया गया है.
धमाके की तीव्रता का आकलन करने की कोशिश की जा रही है. अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अधिकारी इसे आत्मघाती हमला मान रहे हैं. हालांकि, बम निरोधक दस्ता मौके पर है और धमाके की वजह खोज रहा है. पुलिस ने बताया है कि घायलों में से कई की हालत गंभीर है.
“समा टीवी” के मुताबिक शुरुआती जांच रिपोर्ट्स में बताया गया है कि हमला फ्रंटियर कॉर्प्स की गाड़ी को निशाना बनाकर किया गया था जो इलाके में पट्रोलिंग कर रही थीं. धमाके में 5 किलो विस्फोटक इस्तेमाल होने की बात कही गई है.
इससे पहले 8 अगस्त को क्वेटा के प्रसिद्ध सेरेना होटल के पास धमाके में कम से कम आठ लोग घायल हो गए थे. बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने बताया था कि तंजीम चौक के पास एक पुलिस मोबाइल को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में चार राहगीर भी घायल हुए हैं. इससे पहले 22 अप्रैल को इस होटल में ठहरे चीनी राजदूत को निशाना बनाकर हमला किया गया था. उस धमाके में पांच लोगों की मौत हुई थी और एक दर्जन अन्य घायल हो गए थे.
तब से, शहर में ऐसे कई हमले हुए हैं जिनमें सुरक्षाकर्मी और नागरिक घायल हुए या अपनी जान गंवाई है. पिछले महीने के अंत में, क्वेटा के बाहरी इलाके हजार गंजी में एक विस्फोट में कम से कम चार लोग घायल हो गए थे और फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था.