
बिहार के औरंगाबाद में एक गरीब मजदुर युवक के खाते से, 12 महीने में एक करोड़ से अधिक रुपये ट्रांजैक्शन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामला पंजाब नेशनल बैंक रिसियप से जुड़ा है. खाताधारक सोनू कुमार रिसियप गांव का रहने वाला है, जो फिलहाल नागपुर में रहकर मजदूरी का काम करता है. पिछले 1 साल से सोनू के खाते में मोटी रकम का ट्रांजैक्शन किया जा रहा है. इस पर न तो खाताधारक की ओर से किसी तरह की कोई पहल की गई और ना ही बैंकर्स की ओर से ही कोई पहल की गयी.
मामला तब प्रकाश में आया जब दिल्ली की विजिलेंस टीम ने बैंक को उक्त युवक के खाते से मोटी रकम के ट्रांजैक्शन की सूचना दी. इसके बाद बैंक प्रबंधक की ओर से इसकी सूचना युवक सोनू कुमार को दी गई. जानकारी पाकर सोनू घर आया तो उसने ट्रांजैक्शन की जानकारी होने से इनकार किया. सोनू ने इस संबंध में शाखा प्रबंधक को आवेदन देते हुए बताया कि उसके नाम से बैंक में खाता संख्या 0949001501137589 संचालित है. इस खाता में अज्ञात लोगों ने बगैर उसकी जानकारी के करोड़ों रुपये की जमा निकासी की गयी है.
सोनू ने खाता को तत्काल प्रभाव से बंद करने और 23 जून 2020 से अब तक का खाते से ट्रांजैक्शन से संबंधित स्टेटमेंट की मांग की है. जानकारी के अनुसार, सोनू के खाते से सभी बड़ी रकम का ट्रांजैक्शन ऑनलाइन किया गया है. बैंक में जमा पर्ची से लेनदेन नहीं किया गया है.
हैरत की बात तो यह है कि जिस खाते में करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है, वह जीरो बैलेंस पर खोला गया था. सोनू ने बताया कि 2016 में आठवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान उसने बैंक में खाता खुलवाया था. बैंक में जो भी पैसा उसने जमा किया, उसकी निकासी उसने कर ली थी. पिछली बार 500 रुपये उसने खाते में जमा किए थे, जिसका ब्याज सहित बढ़कर 700 रुपये हो गया है.
सोनू ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जब वह घर आया था तो पासबुक प्रिंट कराने और खाते से मोबाइल नंबर जुड़वाने का प्रयास किया लेकिन नहीं हो सका. इसके बाद उक्त खाते में जमा निकासी उसने नहीं की. सबसे बड़ी बात तो यह है कि विद्यार्थियों के लिए जीरो बैलेंस पर खोले गए खाते में ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है. इसके बाद भी बड़ी रकम की जमा निकासी कैसे की गई, यह जांच का विषय है. अमृत खोलका, शाखा प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक रिसियप ने बताया कि सोनू के खाते से मोबाइल ऐप के जरिए 25 मार्च 2020 से लेकर 22 मार्च 2021 तक बड़ी रकम का ट्रांजैक्शन किया गया है. इससे संबंधित हर बिंदु पर जांच की जा रही है. फिलहाल खाताधारक सोनू को बैंक बुलाकर पूछताछ की गई है. जमा निकासी बैंक में जमा या निकासी पर्ची से नहीं की गई है. ऐसे में तहकीकात करने में थोड़ी समस्या हो रही है, लेकिन जल्द ही सभी बिंदु पर जांच कर हकीकत का पता लगाया जाएगा. साथ हीं दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. प्रबंधक के अनुसार प्रथम दृष्टया बैंक को उस लड़के पर भी डाउट हो रहा है इसलिए पुख्ता साक्ष्य की छानबीन की जा रही है.