
बिहार के एक लाल ने एक बार फिर से पुरे देशभर में कमाल कर बिहार का मान बढ़ाया है, कटिहार जिले के रहने वाले शुभम कुमार ने UPSC परीक्षा में टॉप किया और एक नया रिकॉर्ड बनाया है. शुभम को 2019 में 290 रैंक प्राप्त हुआ था लेकिन 2020 के रिजल्ट के बाद शुभम के नाम एक बड़ा कृतिमान स्थापित हो गया है.
शुभम कुमार कटिहार के कुम्हरी के रहने वाले है, उनके पिता का नाम देवानंद सिंह है जो उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर है व माता का नाम पूनम सिंह है। शुभम ने अपनी शुरूआती शिक्षा पूर्णिया के विद्या विहार रेजिडेंशियल स्कूल से की है जिसके बाद 12वीं की पढ़ाई बोकारो के चिन्मया विद्यालय पूरी किया, इसके बाद आईआईटी बॉम्बे से बीटेक किया है. IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिग की पढाई पूरी करने के बाद शुभम ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी अपने दूसरे प्रयास में 2019 में 209वां रैंक हासिल किया था लेकिन उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और इस साल फिर एग्जाम दिया और टॉप किया.
कटिहार के कदवा प्रखंड अंतर्गत कुम्हरी निवासी उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक पूर्णिया शाखा के शाखा प्रबंधक देवानंद सिंह के पुत्र शुभम कुमार के यूपीएसी परीक्षा में टापर रैंक हासिल होने पर कदवा सहित संपूर्ण जिला खुशी से झूम उठा.
शुभम कुमार फिलहाल एक प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे हैं. वह बताते हैं कि उन्हें अपने पिता से आइएएस बनने की प्रेरणा मिली थी. शुभम के पिता खुद आइएएस बनना चाहते थे, लेकिन उनके सपने को अब उनके बेटे ने पूरा किया है.
शुभम ने कहा कि अपने गांव को देखकर मुझे आइएएस बनने की प्रेरणा मिली. उन्होंने कहा कि यूपीएससी की तैयारी कहीं पर भी रहकर की जा सकती है. मेरी सफलता में परिवार का बड़ा सहयोग है। वहीं शुभम की मां ने कहा कि बेटे ने आज देश में नाम रोशन कर दिया है. शुभम बचपन से ही टॉपर रहा है, अब उसे UPSC में भी टॉपर के रूप में देखकर ख़ुशी हो रही है.
बेटे की इस सफलता पर मां पूनम सिंह ने कहा-“शुभम पुणे में ट्रेनिंग में हैं. मैं बहुत खुश हूं. मुझे बहुत अच्छा लगा. सभी बच्चे शुभम की तरह तैयारी करें. क्लास वन से लेकर 10 तक टॉपर रहा. अभी भी टॉपर है. बचपन से पूछती थी कि तुम क्या बनोगे तो वह कहता था मैं IAS बनूंगा. मैं उसको कहती थी तुम अच्छा तो पढ़ोगे तो मैं तुम्हें पढ़ाती रहूंगी. वह मुझे हौसला देता रहा.”
शुभम के पिता देवानंद सिंह ने बताया कि उनकी बेटी अंकिता कुमार न्यूक्लियर साइंटिस्ट हैं. वह अभी आरआर कैट में पोस्टेड हैं. संयुक्त परिवार है. देवानंद सिंह के छोटे भाई डॉ. मणि कुमार सिंह पूर्णिमा में एक्वाप्रेशर के डॉक्टर हैं.
शुभम की इस सफलता के बाद सोशल मीडिया पर बधाई संदेश का तांता लग गया है. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सिविल सर्विस परीक्षा, 2020 में टॉपर बनने पर शुभम कुमार को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं. वहीं, डिप्टी CM तारकिशोर प्रसाद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बधाई दी.
गौरतलब हो कि शीर्ष UPSC के द्वारा जारी किये गए टॉप 25 उम्मीदवारों में 13 पुरुष और 12 महिलाएं शामिल हैं. जिन उम्मीदवारों को रिकमेंड किया गया है, उनमें बेंचमार्क डिसेबिलिटी वाले 25 लोग भी शामिल हैं। इनमें 7 ऑर्थोपेडिक रूप से दिव्यांग, 4 नेत्रहीन, 10 बधिर और 4 मल्टीपल डिसेबिलिटी वाले हैं.
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 का आयोजन 4 अक्टूबर 2020 को किया गया था. इस परीक्षा में 10,40,060 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. सीएसई प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वाले कुल अभ्यर्थियों की संख्या 10564 थी. सिविल सेवा परीक्षा(मुख्य) का आयोजन जनवरी 2021 में किया गया था. मुख्य परीक्षा में कुल 2053 अभ्यर्थियों ने ही साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण क्वालीफाई किया था. मुख्य परीक्षा में सफल घोषित 2053 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू अगस्त-सितंबर 2021 में आयोजित किया गया था जिसमें कुल 761 (545 पुरुष और 216 महिला) अभ्यर्थियों को विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसा भेजी गई है.