
भारत में ट्रांसजेंडरों के लिए मोदी-सरकार के तरफ से खुशखबरी मिल गयी है. भारत में चल रहे प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के नियमों में नए नियमों को जोड़ा गया है. अब इसके तहत ट्रांसजेडर्स को मेडिकल कवर के अलावा सेक्स चेंज ऑपरेशन के लिए भी इसका लाभ मिलेगा. पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों में इस योजना का जिक्र करते हैं. इस योजना को पीएम जन आरोग्य योजना नाम से भी जाना जाता है.
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत (बीपीएल) कार्ड धारकों को हर साल सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक का बीमा दिए जाने का प्रावधान है. अब सरकार की नई योजना स्माइल (SMILE) के तहत इस बीमा का फायदा ट्रांसजेंडरों तक पहुंच सकेगा. ट्रांसजेंडर अब अगर अपना सेक्स चेंज करना चाहते हैं तो इसका लाभ ले सकते हैं. अभी तक इस ऑपरेशन में मोटी रकम खर्च होती थी.
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सचिव आर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि नई योजना के पांच अलग-अलग विषय हैं, शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, पुनर्वास और आर्थिक संबंध. ट्रांसजेंडरों के स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान भारत के तहत पैकेज पर काम किया जा रहा है. यह ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की आवश्यक सर्जरी और चिकित्सा सहायता को कवर करेगा.
समाजिक न्याय मंत्रालय 12 अक्टूबर को सपोर्ट फॉर मार्जिनलाइज्ड इंडिविजुअल्स फॉर लाइवलीहुड एंड एंटरप्राइज (SMILE) योजना की शुरुआत करने वाला है. इसके तहत ट्रांसजेंडरों की सर्जरी और चिकित्सकीय सहायता के लिए भी बीमा दिया जाएगा. गौरतलब हो कि केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडरों के कल्याण और उत्थान के लिए पंचवर्षीय योजना में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
पीएम मोदी अक्सर इस योजना का जिक्र करते हैं. राजनीतिक बयानबाजी में भी आयुष्मान योजना का जिक्र होता है. बीजेपी शासित हर प्रदेश में इस योजना को लागू किया गया है लेकिन कई ऐसे प्रदेश हैं जहां पर बीजेपी की सरकार नहीं है वहां पर इसका लाभ लोगों को नहीं मिलता। पीएम मोदी अक्सर इस बात को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के गरीब, वंचित और कमजोर तबके के 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलती है. इस योजना के तहत इन परिवारों को यानी 50 करोड़ लोगों सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलता है. हालांकि इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास कुछ पात्रताएं होना जरूरी है.