
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने इतिहास रच दिया. नासा के स्पेसक्राफ़्ट द पार्कर सोलर प्रोब (The Parker Solar Probe) सूरज को छूने में क़ामयाब हो गया. हमारे सौर मंडल (Solar System) का केन्द्र, सूरज तक अब तक हम नहीं पहुंच सके थे, नासा ने वो कर दिखलाया. नासा के स्पेसक्राफ़्ट ने सूरज के ऊपरी वातावरण, जिसे कोरोना भी (Corona) कहते हैं में विचरण किया.
CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, नासा का ये मिशन तीन साल यानि 2018 पहले लॉन्च किया गया था. नासा के साइंस मिशन डायरेक्टरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर, Thomas Zurbuchen ने कहा कि इस ऐतिहासिक पल की बदौलत न सिर्फ़ सूरज के बनने के पीछे से जुड़ी कई अहम जानकारियां मिलेंगी बल्कि विश्व के बाकी तारों के बारे में भी बहुत से राज़ पता चलेंगे.
बता दें कि सूर्य का ऊपरी वातावरण यानि Corona, सूर्य की सतह से काफ़ी ज़्यादा गर्म है. कोरोना का तापमान 1 मिलियन डिग्री केलविन (999726.85 डिग्री सेल्सियस) तक जा सकता है वहीं सूरज की सतह का तापमान 6000 केलविन (5726.85 डिग्री सेल्सियस) के आस-पास रहता है.